सत्य
May 25, 2021
मिथ्या के ज़ायक़े चखते रहे, अब सत्य ज़ुबान पर चढ़ता ही नही !
मिथ्या से मिलाप करते रहे, अब सत्य चौखट पर मिलता ही नही !
पूरी कविता जरूर पढ़ें 🙂👇🏻
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